गलतफहमी के चलते झंगहा के 120 वर्षीय वृद्ध को तलाश रहा था डब्ल्यूएचओ
झंगहा क्षेत्र से लापता चल रहे कोरोना संदिग्ध का पता चल गया है। वह केरल के कोच्ची में ड्यूटी कर रहा है। वह स्वस्थ है। पुलिस ने उससे संपर्क कर लिया है। डब्ल्यूूएचओ की स्थानीय टीम शुरू से ही गलत सूचना को लेकर भ्रम में रही। दरअसल टीम के दो सदस्यों ने रविवार को निबही के ग्राम प्रधान से मुंबई के आइसोलेशन वार्ड से फरार 120 साल की उम्र के राज विश्वकर्मा के बारे में पूछा था।
दुबई से मुंबई पहुंचे झंगहा क्षेत्र के एक युवक को कोरोना संदिग्ध होने के लक्षण मिलने पर मुंबई के एक आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था। तीन दिन पहले वह युवक वार्ड से फरार हो गया। डब्लूएचओ ने निबही के ग्राम प्रधान को इसकी सूचना दी थी। डब्लूएचओ के अधिकारियों ने प्रधान को बताया था कि 120 साल का व्यक्ति दुबई से लौटा है। प्रधान के साथ टीम भी इस नाम व उम्र के व्यक्ति की तलाश की। ऐसा कोई नहीं मिला। इसके बाद टीम ने मिलते-जुलते नाम वाले युवक पर संदेह जताया। बुधवार को मामला मीडिया में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस से मदद मांगी। पुलिस ने जांच की तो युवक का मोबाइल नंबर मिला।
केरल में ड्यूटी कर रहा युवक : पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जांच करने के बाद पता चला कि युवक केरल के कोच्ची में ड्यूटी कर रहा है। वह एक हफ्ते पूर्व ही सिंगापुर से लौटा है। उसकी सिंगापुर और मुम्बई एयरपोर्ट पर जांच हुई है। उसमें बीमारी के लक्षण नहीं है। यह गफलत डब्लूएचओ के टीम द्वारा गलत पहचान के कारण हुई है। इसके बाद अधिकारियों के साथ-साथ घर वालों ने राहत की सांस ली।
परिजन हुए हलकान
बीते तीन दिनों से झंगहा क्षेत्र के निबही गांव का यह परिवार हलकान था। गांव में कोरोना संदिग्ध होने की अफवाह फैल गई। ग्रामीणों ने युवक के घर की तरफ जाना जाना छोड़ दिया। बताया जाता है कि युवक के पिता गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं।